Tuesday

I AM WILLING TO CHANGE


रविंद्रनाथ टैगोर कुटिया में बैठ कर एक लेख लिख रहे थें । रात का वक्त था ,रौशनी के लिए उन्होंने एक कैंडल जला कर रखा था । खिड़की से अचानक एक हवा का झोंका आया और वो कैंडल बुझ गया । तब उन्हें पहली बार एहसास हुआ और समझ में आया कि चाँद कि रौशनी जो खिड़की से आ रही थी वो उनके कैंडल के रौशनी से कही अधिक थी। अपने जीवन के ५० सालो बाद उन्हें अहसास हुआ कि मनुष्य का जीवन भी कुछ इसी तरह का है । पुरी जिंदगी इसी कैंडल कि रौशनी में चली जाती है और ये अंत तक समझ में नही आता कि बाहर कही ज्यादा प्रकाश है । बाहर कि दुनिया कि रौशनी कही और सुंदर है । और ये इसलिए होता है क्योकि हमें उस छोटे से प्रकाश में रहने कि आदत पड़ गई है और हम अपने आप को बदलना नही चाहते या इतनी हिम्मत नही है कि उस कैंडल को बुझाने का साहस भी कर पाये। क्योकि हम पहले ही सोच लेते है कि बाहर अँधेरा है। इसमे आपकी कोई गलती नही है । ये सोच तो आपको यहाँ से ही मिला है । पैदा होने पर आप कोई सोच लेकर नही आते। हममे से अधिकतर लोग कोई न कोई धोखे ,झूठ ,फरेब या बाहरी दबाव का शिकार रहते है । येही सोच आपका अवचेतन मन रिकार्ड कर लेता है ,और एक तरंग बनाकर इस ब्रम्हांड में फैलता है और आपके साथ वोही होता है जो आपने इस ब्रम्हांड को दिया है।
Astrology में हम देखते है कि कौन से ग्रह की तरंगे आपकी सोच को प्रभावित कर रहा है । (see older posts)

Numerology में हम देखते है कि आपका नाम ,आपके जन्म तारीख से मेल खाता है या नही। क्योकि हम जो शब्द कहते है ठीक उसी तरह कि तरंगे हमें इस ब्रम्हांड से वापस मिलती है । (see older posts)

इन दोनों के उपचार के बाद आपमें ऐसे ध्वनी तरंगे प्रवाहित कि जाती है जिससे कि आपके शरीर में धनात्मक तरंगो का आवागमन शुरू हो जाता है , और आपको एक अलग तरह कि अनुभूति का अहसास होने लगता है। ये ही अहसास आपके अच्छे जीवन कि शुरुवात का पहला कदम है।

बीज को बोए ,प्यार से पानी और खाद डाले आप देखिये आपको कितनी जल्दी फल मिल जाता है। अगर बीज नही बोयेंगे तो फल कि भी आशा न करे।

Pranab Rajat
Astro-Numerologist ,Healing Mind body soul & vibrations
A new scientific way of Astrology
Pranabroy70@gmail.com
Ph:9702322370



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