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चेतन और अवचेतन मन में सम्बन्ध (Repeat)



चेतन और अवचेतन मन में सम्बन्ध (Repeat)

आप अपने चेतन और अवचेतन मन में सम्बन्ध तब ही बना सकते है जब आप अपनी जिंदगी में थोड़ा बदलाव लाये । आपकी कुछ आदत आपके चेतन मन और अवचेतन मन के बीच एक झिल्ली बनाता है जो की आपके चेतन मन में प्रवाहित द्रव को अवचेतन मन में जाने से रोकता है । आपका अवचेतन मन आपके दाहिनी आख के ऊपर वाला हिस्सा होता है । जब् आपके मन में विपरीत विचार आते है तो वो झिल्ली खीच जाती है और उस वजह से उसके छोटे छिद्र बंद हो जाते है जिससे द्रव का प्रवाह रुक जाता है । कुछ विचार जो आपके अवचेतन मन को काम करने से रोकते है वो है ....... १) गुस्सा २) झूठ ( जो दूसरो को नुकसान पहुचाये ) ३) पूरानी यादें (दुःख )४)किसी भी चीज को नकारात्मक तरीके से सोचना ५) हमेशा 'नही ' शब्द का इस्तमाल करना या बोलना ६) दूसरो को धन्यवाद न देना या मूल्य न देना ७)कोई अनजानी तकलीफ ( जो आपके चेतन मन को याद नही पर आपके साथ हुआ हो ३ से १२ वर्ष की आयु के बीच) ८) दौलत मंद या आपसे उचे औंदे पर बैठे लोगों की बुराई करना ९)जो आपकी तकलीफ है उसके बारे में नकारात्मक सोचना । 10) इसके आलावा ग्रह और अंक जो आपसे सम्बंधित है उनकी कम्पन शक्ति । 11) And very Important is माफ़ न करना Fogiveness ।
आप जो शब्द कहते है वो इस universe में कम्पन करता है जो आपका भविष्य बनाता है ।

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