
60 बरस बाद ऐसा योग
आसमान के सितारे भी इसे खास दिवाली बना रहे हैं। 60 बरस बाद अमावस्या दो दिनों तक फैली है, जिससे शुक्र और शनि दोनों दिन दिवाली के शुभ मुहूर्त का सौभाग्य मिल रहा है। पंडितों के मुताबिक दिवाली के दिन अमावस्या दोपहर 1:02 पर शुरू होगी और शनिवार को सुबह 10:22 तक रहेगी। निवेशकों के लिए इस योग को फायदेमंद बताया जा रहा है।
एक और अनूठा संयोग इस बार हो रहा है, जैसा कि ढाई सौ साल पहले हुआ होगा। इस दिन सूर्य, चंद्रमा और शुक्र एक साथ स्वाति नक्षत्र में आ जाएंगे। यह योग भी शुक्रवार दोपहर 12:54 से शनिवार सुबर 10:35 तक बना रहेगा।
आसमान के सितारे भी इसे खास दिवाली बना रहे हैं। 60 बरस बाद अमावस्या दो दिनों तक फैली है, जिससे शुक्र और शनि दोनों दिन दिवाली के शुभ मुहूर्त का सौभाग्य मिल रहा है। पंडितों के मुताबिक दिवाली के दिन अमावस्या दोपहर 1:02 पर शुरू होगी और शनिवार को सुबह 10:22 तक रहेगी। निवेशकों के लिए इस योग को फायदेमंद बताया जा रहा है।
एक और अनूठा संयोग इस बार हो रहा है, जैसा कि ढाई सौ साल पहले हुआ होगा। इस दिन सूर्य, चंद्रमा और शुक्र एक साथ स्वाति नक्षत्र में आ जाएंगे। यह योग भी शुक्रवार दोपहर 12:54 से शनिवार सुबर 10:35 तक बना रहेगा।
सोजन्य -नवभारत
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