Thursday

आनंद ही विजय


जब आप ये महसूस कर रहे है की आपको बहुत सहन करना पड़ रहा है तब इसका मतलब है की आप सहन करने का प्रयास कर रहे है।

अनेक लोग क्रोध को एक हथियार के रूप में प्रयोग करते है ,पर नम्रता से आपको सुरक्षा का अनुभव होता है। अहसास करके देखे...

बीते हुए कल की भावनाओ और कर्मो में पूर्ण विराम लगा दे नही तो उसी तरह के तरंगो का ,अभी के नए तरंगो के साथ समावेश हो जाएगा ,जिससे आपको आगे बढने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

मन पर विजय पाना बहुत जरुरी है । मन ही है जो आपको और आपके अवचेतन को रास्ते से भटकता है । और अगर ये मन में निश्चय और विश्वास है तो विजय निश्चित है।


आपमें इतनी शक्ति होनी चाहिए की आपका मन आपका कहना माने और एक समय में एक ही काम पर ध्यान दे । लेंस की तरह आपमें भी ध्यान से शक्ति आ जायेगी।

आनंद के अनुभव से ही मनुष्य का हर कर्म सफल होता है , इसलिए आनंद का अनुभव ,भक्ति संगीत से ,प्रकृति की सुन्दरता से , प्यार से ,बच्चो से और आनंद शब्द को आँखे बंद रखकर बार बार दोहरा कर करे और महसूस करे ।

ये मत सोचे कैसे होगा ...बस करते रहे ..कुछ ही दिनों में आपकी जिन्दगी बदलनी शुरू हो जायेगी।

ग्रह जो आपके मन के तरंगो को प्रभावित करते है ,उसे जाने और उसका उपचार करे ।

हर शब्द और हर अंक में एक कम्पन शक्ति है जो आपके चारो तरफ़ एक कवच बनता है ।

और आपके नाम के शब्दों में भी ऐसी शक्ति है । इसे जाने और सामानांतर न होने पर इसपर बदलाव करे ।



Pranab Rajat
A New way Of Astrology,Numerology & Cosmic Vibrations
pranabroy70@gmail.com
Ph-09702322370 (Mumbai)

No comments:

Post a Comment